अस्थाई कर्मचारी के मौत के बाद फिर एक अस्पताल में भर्ती
SOURCE: KosiTimes.com आखिर कब तक बीएनएमयु के छात्र -छात्रा अपने भविष्य को लेकर दर-दर भटकेंगे ? क्या विवि के मौजुदा हालात का समाधान करने वाला कोई नही है ? एैसे कई सवाल हैं जो बीएनएमयू के मौजुदा हालात पर छात्र – छात्राओं से लकर आमजनों को परेशान कर रहा है, जिसका जवाब निकट भविष्य में शायद मुश्किल दिख रहा है। क्योंकि एक तरफ अपने मांगों को लेकर लगभग 3 माह से संयुक्त छात्र संगठन के द्वारा लगातार धरना, आमरण आनशन, पूतला दहन, अर्थी जूलुस, विरोध मार्च का सिलसिला जारी है तो वहीं दूसरी तरफ बीएनएमयु में सालों से कार्यरत 80 अस्थायी कर्मचारियों का भी अनिश्चितकालीन धरना विगत एक माह से जारी है। जिसमें से पिछले दिनों धरना पर बैठे एक सफाईकर्मी की मौत हो गई।
कर्मचारी के मौत के बाद जिस कद्र भयावह स्थिति विवि परिसर में उत्पन्न होने लगा था, वह काफी खौफनाक और नुकसानदह साबित हो सकता था लेकिन हालात की नजाकत को समझकर कर वक्त रहते अपनी काबिलयत और दनिसमंदि का मुजाहरा कर जिलाधिकरी मो0 सोहैल और पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बिना किसी तरह का बल प्रयोग कर हालात को काबू में कर फिलहाल विवि को एक बड़े नुकसान से बचा लिया वह काबिले तारिफ है लेकिन समस्या का पूरा समाधान नही होने के कारण बीएनएमयू आज भी अपनी बदकिस्तमी पर रोने को मजबुर है।